न्यू मीडिया कला और सामाजिक परिवर्तन
- लेखक
-
-
मेराज अहमद
दाऊ दयाल महिला PG कॉलेज, फिरोजाबाद##default.groups.name.author##
-
- संकेत शब्द:
- न्यू मीडिया कला, समाज, प्रौद्योगिकी, भागीदारी, लोकतांत्रिकरण
- सार
-
यह न्यू मीडिया कला और समकालीन समाज के बीच के जटिल और गतिशील संबंधों का गहन विश्लेषण करता है। पारंपरिक कला रूपों के विपरीत, जो अक्सर एकतरफा संवाद पर आधारित होते हैं, न्यू मीडिया कला डिजिटल तकनीकों का उपयोग करके दर्शकों को सहभागी बनाती है और सामाजिक-सांस्कृतिक संवाद को बढ़ावा देती है। यह अध्ययन विशेष रूप से उन तरीकों की जाँच करता है जिनसे न्यू मीडिया कला समाज में भागीदारी, कला के लोकतंत्रीकरण, और महत्वपूर्ण सामाजिक तथा राजनीतिक टिप्पणी को संभव बनाती है। शोध के प्राथमिक उद्देश्यों में यह समझना शामिल है कि कैसे इंटरैक्टिव इंस्टॉलेशन और ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म कला और दर्शकों के बीच की दूरी को कम करते हैं, जिससे कला केवल एक प्रदर्शन वस्तु न रहकर एक सामूहिक अनुभव बन जाती है। इसके अतिरिक्त, यह शोध डेटा विजुअलाइज़ेशन और डिजिटल कला के माध्यम से पर्यावरण, मानवाधिकार और डिजिटल पहचान जैसे संवेदनशील मुद्दों पर कलाकारों द्वारा की गई टिप्पणियों का विश्लेषण करता है। यह भी पता लगाया जाएगा कि कैसे इंटरनेट ने कला को संग्रहालयों और गैलरी की दीवारों से मुक्त करके आम लोगों तक पहुँचाया है, जिससे कला का एक नया, समावेशी रूप सामने आया है। अध्ययन में पाया गया कि न्यू मीडिया कला केवल तकनीकी विकास का प्रतिबिंब नहीं है, बल्कि यह एक दर्पण है जो समाज के बदलते मूल्यों, पहचानों और चुनौतियों को प्रतिबिंबित करता है। यह निष्कर्ष निकाला गया है कि न्यू मीडिया कला एक शक्तिशाली उपकरण के रूप में उभरी है जो सामाजिक जागरूकता और परिवर्तन को बढ़ावा देती है, और यह समाज को कलात्मक संवाद में सक्रिय भागीदार बनने के लिए सशक्त बनाती है। यह शोध भविष्य के उन अध्ययनों के लिए एक आधार प्रदान करता है जो कला, प्रौद्योगिकी और सामाजिक विकास के बीच के अंतर्संबंधों को और गहराई से समझेंगे।
- Author Biography
- Downloads
- प्रकाशित
- 2025-09-30
- खंड
- Articles
- License
-
Copyright (c) 2025 ART ORBIT

This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License.
